Apply Now

PM POSHAN SCHEME बच्चों के स्वस्थ भविष्य और शिक्षा की मजबूत नींव

PM POSHAN SCHEME

PM POSHAN – Prime Minister’s Overarching Scheme For Holistic Nourishment

भारत सरकार ने बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा को एक साथ सुदृढ़ करने के उद्देश्य से पीएम पोषण योजना (P.M POSHAN SCHEME) की शुरुआत की। यह योजना 2021 में मिड-डे मील योजना को नया स्वरूप देकर लागू की गई। इसका मुख्य लक्ष्य बच्चों को पोषणयुक्त आहार उपलब्ध कराना, कुपोषण को कम करना और विद्यालयों में उपस्थिति एवं नामांकन को बढ़ाना है

मुख्य विशेषताएँ(Specilality of PM POSHAN SCHEME)

  • कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को मुफ्त, पौष्टिक एवं ताज़ा भोजन उपलब्ध कराया जाता है
  • सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों और विशेष प्रशिक्षण केंद्रों के छात्र लाभान्वित
  • मेन्यू में स्थानीय स्वाद और पोषण मानकों का ध्यान रखा जाता है
  • खाद्यान्न की आपूर्ति केंद्र एवं राज्य सरकार के सहयोग से होती है
  • स्वच्छता, गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी मॉनिटरिंग

Read the more information (Click Here)

लाभ(Benefits of PM POSHAN SCHEME)

  • बच्चों में भूखमरी और कुपोषण की समस्या में कमी
  • विद्यालय छोड़ने की प्रवृत्ति घटती है, नामांकन और उपस्थिति बढ़ती है
  • बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास में सुधार
  • ग्रामीण एवं शहरी गरीब परिवारों पर आर्थिक बोझ में कमी
  • सामाजिक समानता को बढ़ावा, क्योंकि सभी बच्चों को एक साथ समान भोजन मिलता है

आवेदन/क्रियान्वयन प्रक्रिया (Application Process of PM POSHAN SCHEME)

  • किसी अलग आवेदन की आवश्यकता नहीं, पात्र बच्चों का स्वतः नामांकन
  • विद्यालय प्रबंधन समिति (SMC) एवं शिक्षकों की देखरेख में भोजन वितरण
  • खाद्यान्न की आपूर्ति राज्य सरकार और केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयास से
  • गुणवत्ता बनाए रखने के लिए समय-समय पर निरीक्षण और मूल्यांकन
PM POSHAN SCHEME

महत्वपूर्ण तथ्य(Important fact of PM POSHAN SCHEME)

  • 2021 में मिड-डे मील योजना का नाम बदलकर पीएम पोषण योजना किया गया
  • पूरे देश में लगभग 11.8 करोड़ छात्र इस योजना से लाभान्वित
  • योजना की लागत केंद्र और राज्य सरकार मिलकर वहन करती हैं
  • “एक राष्ट्र, एक पोषण” की सोच को मजबूत करती है

निष्कर्ष (Conclusion)

P.M POSHAN SCHEME केवल भोजन उपलब्ध कराने का कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह बच्चों के समग्र विकास की नींव है। इसका मुख्य लक्ष्य बच्चों को पोषणयुक्त आहार उपलब्ध कराना, इससे शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक समानता को बढ़ावा मिलता है यह योजना आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ, सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है

पीएम पोषण योजना (PM POSHAN SCHEME) – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न 1: पीएम पोषण योजना क्या है?
उत्तर: यह भारत सरकार की P.M POSHAN SCHEME है, जिसके तहत कक्षा 1 से 8 तक के सरकारी व सहायता प्राप्त विद्यालयों के बच्चों को मुफ्त पौष्टिक भोजन दिया जाता है।

प्रश्न 2: यह योजना कब शुरू हुई?
उत्तर: पीएम पोषण योजना वर्ष 2021 में मिड-डे मील योजना के उन्नत रूप में शुरू की गई।

प्रश्न 3: इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: बच्चों में कुपोषण कम करना, शिक्षा को प्रोत्साहित करना और स्वास्थ्य में सुधार करना इसका मुख्य उद्देश्य है।

प्रश्न 4: इस योजना का लाभ किन्हें मिलता है?
उत्तर: कक्षा 1 से 8 तक पढ़ने वाले सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों के छात्र इस योजना से लाभान्वित होते हैं।

प्रश्न 5: इस योजना से कितने बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं?
उत्तर: पूरे देश में लगभग 11.8 करोड़ छात्र इस योजना से लाभ ले रहे हैं।

प्रश्न 6: आवेदन प्रक्रिया क्या है?
उत्तर: इसके लिए अलग से आवेदन की आवश्यकता नहीं है, पात्र छात्रों का स्वतः नामांकन होता है

प्रश्न 7: पीएम पोषण योजना की निगरानी और गुणवत्ता नियंत्रण कैसे किया जाता है?
उत्तर: इस योजना की निगरानी विद्यालय प्रबंधन समिति, राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर करती हैं। साथ ही भोजन की गुणवत्ता, स्वच्छता और पोषण स्तर सुनिश्चित करने के लिए समय-समय

आपको Post Matric Scholarship Students With Disabilities 2025 भी पढ़नी चाहिए(Click Here)

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top
ई-श्रम कार्ड भत्ता योजना आवेदन प्रक्रिया और लाभ ये हैं दुनिया की सबसे पुरानी करेंसी भारत में सबसे पहले किस गांव में उगता है सूरज सांपों की दोमुंही जीभ का राज़-क्यों कटी होती है बीच से 5 सेकेंड में बर्फ बनाने का अनोखा जादू Resume और CV में क्या फर्क है Post Office की 5 जबरदस्त बचत स्कीम PPF और सुकन्या पर नया ब्याज रेट सरकार का बड़ा ऐलान NPS Rule Change 1 अक्टूबर से पेंशन स्कीम में बड़े बदलाव कुत्ते ही नहीं इन जानवरों से भी फैलता है रेबीज