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Scheme for Adolescent Girls 2025, किशोरियों को मिलेगा मुफ्त पोषण, शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण

Scheme for Adolescent Girls

Scheme for Adolescent Girls क्या है ?

भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही किशोरियों के लिए योजना (SAG – Scheme for Adolescent Girls) का उद्देश्य 11 से 18 वर्ष की किशोरियों को पोषण, स्वास्थ्य शिक्षा एवं कौशल विकास में सहयोग देना है। यह योजना विशेष रूप से उन किशोरियों के लिए बनाई गई है जो स्कूल नहीं जातीं या पढ़ाई बीच में छोड़ चुकी हैं

योजना का परिचय

  • प्रारंभ: वर्ष 2010 में “सबल योजना” के रूप में शुरुआत
  • पुनर्गठन: 2018 में “किशोरियों के लिए योजना” के रूप में लागू
  • लक्षित आयु वर्ग: 11–18 वर्ष की किशोरियाँ
  • संचालन: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
  • उद्देश्य: पोषण सुधारना, स्वास्थ्य शिक्षा देना, आत्मनिर्भर बनाना
Scheme for Adolescent Girls

प्रमुख उद्देश्य(Objective of Scheme for Adolescent Girls)

  • किशोरियों के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार
  • स्कूल छोड़ चुकी किशोरियों को पुनः शिक्षा/कौशल से जोड़ना
  • स्वच्छता, मासिक धर्म प्रबंधन और प्रजनन स्वास्थ्य की जानकारी
  • आत्मनिर्भरता हेतु जीवन कौशल व व्यावसायिक प्रशिक्षण
  • विवाह और मातृत्व की सही आयु के प्रति जागरूक करना

लाभार्थी(Benefits of Scheme for Adolescent Girls)

  • 11–14 वर्ष की सभी गैर-स्कूली किशोरियाँ
  • 15–18 वर्ष की गैर-स्कूली किशोरियाँ।
  • विशेष रूप से ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्रों की लड़कियाँ

सेवाएँ(Services of Scheme for Adolescent Girls)

  1. पूरक पोषण आहार – रोज़ाना संतुलित भोजन
  2. स्वास्थ्य एवं स्वच्छता शिक्षा – व्यक्तिगत साफ-सफाई, पोषण, मासिक धर्म प्रबंधन
  3. जीवन कौशल शिक्षा – निर्णय क्षमता, आत्मरक्षा, नेतृत्व गुण
  4. व्यावसायिक प्रशिक्षण – सिलाई, कढ़ाई, कंप्यूटर, कुकिंग जैसे कौशल
  5. शैक्षिक सहयोग – अनपढ़ किशोरियों के लिए नॉन-फॉर्मल एजुकेशन
  6. परामर्श सेवाएँ – विवाह, मातृत्व, स्वास्थ्य से जुड़ी जागरूकता।

पोषण सहायता(Nutrition support of Scheme for Adolescent Girls)

  • 11–14 वर्ष की किशोरी: प्रतिदिन 600 कैलोरी ऊर्जा 18-20 ग्राम प्रोटीन
  • 15–18 वर्ष की किशोरी: प्रतिदिन 600 कैलोरी ऊर्जा 18-20 ग्राम प्रोटीन
  • मासिक पोषण शिक्षा सत्र का आयोजन

कार्यान्वयन तंत्र(collaborative system of Scheme for Adolescent Girls)

  • आंगनवाड़ी केंद्र – योजना का मुख्य केंद्र
  • आशा कार्यकर्ता आंगनवाड़ी कार्यकर्ता – किशोरियों को पंजीकृत करती हैं।
  • सामुदायिक भागीदारी – पंचायत एवं स्थानीय निकाय भी सहयोगी।

महत्व(Importance of Scheme for Adolescent Girls)

  • पोषण की कमी से बचाव।
  • किशोरियों की शिक्षा में वृद्धि।
  • आत्मविश्वास एवं आत्मनिर्भरता का विकास।
  • बाल विवाह और समय से पहले मातृत्व में कमी
  • महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहन।

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चुनौतियाँ (Challenges of Scheme for Adolescent Girls)

  • ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की कमी
  • कई बार नियमित पोषण सामग्री का न मिल पाना
  • स्कूली पढ़ाई छोड़ने की समस्या
  • पारिवारिक आर्थिक स्थिति का प्रभाव।

समाधान(Solution)

  • पंचायत व समुदाय स्तर पर अधिक जागरूकता अभियान
  • पोषण सामग्री की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करना।
  • किशोरियों को कौशल आधारित प्रशिक्षण से जोड़ना
  • परिवारों को शिक्षा और स्वास्थ्य के महत्व के बारे में समझाना।

Scheme for Adolescent Girls (आवेदन प्रक्रिया)

  1. आंगनवाड़ी केंद्र पर जाएँ – 11–18 वर्ष की गैर-स्कूली किशोरियाँ नज़दीकी केंद्र में पंजीकरण कराएँ।
  2. दस्तावेज़ जमा करें – आधार कार्ड/जन्म प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण, राशन कार्ड आदि
  3. पंजीकरण पुष्टि – आंगनवाड़ी कार्यकर्ता नाम सूची में दर्ज करेंगी
  4. लाभ प्राप्त करें – पंजीकरण के बाद पोषण आहार, स्वास्थ्य शिक्षा, कौशल प्रशिक्षण और परामर्श सेवाएँ मिलती हैं

FAQ(अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Scheme for Adolescent Girls (SAG) एक सशक्त पहल है जो ग्रामीण एवं पिछड़े वर्ग की लड़कियों को पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ावा देती है इस योजना से न केवल किशोरियों का जीवन स्तर सुधरता है बल्कि समाज में महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता को भी मजबूती मिलती है यदि योजना का सही तरीके से क्रियान्वयन किया जाए तो आने वाली पीढ़ी अधिक स्वस्थ, शिक्षित और आत्मनिर्भर होगी

निष्कर्ष(Concluion)

प्रश्न 1. किशोरियों के लिए योजना (SAG) क्या है?
उत्तर: यह भारत सरकार की एक योजना है जिसका उद्देश्य 11–18 वर्ष की गैर-स्कूली किशोरियों को पोषण, स्वास्थ्य शिक्षा, जीवन कौशल और व्यावसायिक प्रशिक्षण उपलब्ध कराना है।

प्रश्न 2. इस योजना का लाभ किन्हें मिलता है?
उत्तर: 11 से 18 वर्ष की वे सभी गैर-स्कूली किशोरियाँ जो स्कूल नहीं जातीं या पढ़ाई बीच में छोड़ चुकी हैं, इस योजना की पात्र हैं।

प्रश्न 3. आवेदन कैसे किया जा सकता है?
उत्तर: आवेदन के लिए किशोरी को नज़दीकी आंगनवाड़ी केंद्र में जाकर पंजीकरण कराना होता है।

प्रश्न 4. आवेदन हेतु कौन से दस्तावेज़ जरूरी हैं?
उत्तर: आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र और राशन कार्ड जैसे दस्तावेज़ आवश्यक हैं।

प्रश्न 5. इस योजना में क्या-क्या लाभ मिलते हैं?
उत्तर: किशोरियों को प्रतिदिन पोषण आहार, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता की जानकारी, जीवन कौशल शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण और परामर्श सेवाएँ निःशुल्क मिलती हैं।

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