
Post-Matric Scholarship
भारत में आर्थिक दृष्टि से कमजोर वर्ग के छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में वित्तीय सहायता देने के लिए Post-Matric Scholarship सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। यह स्कॉलरशिप विशेष रूप से उन छात्रों को लाभ पहुंचाती है जिनका परिवार कम आय वाला है और जो अपनी पढ़ाई को जारी रखने में आर्थिक बाधाओं का सामना करते हैं। Post-Matric Scholarship का उद्देश्य उच्च शिक्षा में छात्रों का टर्नआउट बढ़ाना और आर्थिक तंगी के कारण ड्रॉपआउट को कम करना है।
Post-Matric Scholarship की राशि (Amount)
Post-Matric Scholarship में निश्चित ट्यूशन फीस, परीक्षा शुल्क के साथ-साथ मासिक भत्ता भी शामिल होता है। यह राशि विभिन्न राज्यों और वर्गों के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। उदाहरण के लिए, राज्य उत्तर प्रदेश में:
- मासिक रखरखाव भत्ता ₹230 से ₹1200 तक
- ट्यूशन फीस का पूर्ण भुगतान
- पुस्तक भत्ता और छात्रावास भत्ता भी शामिल हैं
SC/ST/OBC/EBC और अल्पसंख्यक वर्गों के लिए अलग-अलग राशि होती है।

केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर इस योजना को वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं। कुल मिलाकर यह राशि छात्रों को शिक्षा जारी रखने में मदद करती है जिससे आर्थिक बोझ कम होता है।
लाभ (Post-Matric Scholarship Benefits)
- ट्यूशन और अनिवार्य अन्य फीस का भुगतान
- मासिक रखरखाव भत्ता जिससे छात्रों का जीवनयापन आसान हो
- किताबों के लिए ग्रांट
- छात्रावास में रहने वाले छात्रों के लिए हॉस्टल भत्ता
- अधिमानतः विकलांग छात्रों के लिए अतिरिक्त भत्ते
- शिक्षा की गुणवत्ता एवं पहुंच में वृद्धि
- आर्थिक तंगी के कारण ड्रॉपआउट कम करना

Post-Matric Scholarship से छात्रों को न केवल आर्थिक संकट से राहत मिलती है, बल्कि इससे उनकी शिक्षा में उत्कृष्टता भी बढ़ती है।
पात्रता (Post-Matric Scholarship Eligibility)
Post-Matric Scholarship के लिए पात्रता निम्नलिखित है:
- आवेदक भारत का स्थायी नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक का परिवार वार्षिक आय सीमा से नीचे होना चाहिए, आमतौर पर ₹2 लाख से ₹2.5 लाख तक की सीमा राज्यों के अनुसार होती है।
- छात्र को कक्षा 11 या उससे ऊपर किसी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान में पढ़ाई करनी चाहिए।
- छात्र को पिछली परीक्षाओं में कम से कम 50% अंक प्राप्त करने चाहिए।
- स्कॉलरशिप विशेष वर्गों के लिए होती है, जैसे SC, ST, OBC, EBC, और अल्पसंख्यक समुदाय।
- छात्र के विद्यालय या कॉलेज का सरकारी मान्यता प्राप्त होना आवश्यक है।
- एक परिवार में अधिकतम दो बच्चों के लिए ही यह सुविधा उपलब्ध हो सकती है (राज्य नीति के अनुसार)।

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आवश्यक दस्तावेज (Post-Matric Scholarship Documents Required)
Post-Matric Scholarship आवेदन के लिए आमतौर पर निम्न दस्तावेज आवश्यक होते हैं:
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र (उनके परिवार की कुल वार्षिक आय दर्शाने वाला)
- जाति प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो)
- निवास प्रमाण पत्र (डॉमिसाइल)
- पिछली परीक्षा के परिणाम पत्र (मार्कशीत)
- बैंक खाता विवरण (पास बुक की कॉपी या चेक बुक)
- छात्र का फोटो आईडी कार्ड या प्रवेश पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- वर्तमान शैक्षणिक शुल्क की रसीद
- अन्य राज्य/संस्थान द्वारा मांगे गए दस्तावेज

महत्वपूर्ण तिथियां (Important Dates)
प्रत्येक राज्य और केंद्र सरकार विभिन्न तिथियां तय करते हैं। उदाहरण के लिए वर्ष 2025-26 के लिए:
- आवेदन प्रारंभ: 30 जून 2025
- आवेदन समाप्ति तिथि: 30 अक्टूबर 2025 (केंद्र सरकार के पोर्टल पर)
- राज्य अनुसारी तिथियां कुछ हद तक भिन्न हो सकती हैं, जैसे बिहार में आवेदन 25 अगस्त से 15 अक्टूबर 2025 तक चलेगा।
- अन्य सेटअपिंग और सत्यापन के अंतिम चरण जनवरी 2026 तक चक्र पूरा कर लेते हैं।
छात्रों के लिए समय से आवेदन करना अत्यंत जरूरी है ताकि वे लाभ प्राप्त कर सकें।

आवेदन कैसे करें? (How to Apply)
Post-Matric Scholarship के लिए आवेदन ऑनलाइन माध्यम से प्रमुखता से होता है। इसके लिए निम्नलिखित कदम अपनाएं:
- राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (NSP) या संबंधित राज्य सरकार के आधिकारिक पोर्टल पर जाएं।
- पोर्टल पर अपनी प्रोफाइल बनाएँ और आवश्यक विवरण भरें।
- आवेदन फॉर्म में सभी आवश्यक जानकारी, जैसे व्यक्तिगत, शैक्षणिक एवं आर्थिक जानकारी भरें।
- आवश्यक दस्तावेज़ स्कैन करके अपलोड करें।
- आवेदन फॉर्म जमा करें और फ़ॉर्म की प्रिंट निकालकर अपने शिक्षण संस्थान में जमा करें।
- संस्थान द्वारा आवेदन की पुष्टि और सत्यापन के बाद धनराशि अकाउंट में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से प्राप्त होती है।
अधिकांश राज्यों में छात्र आवेदन के दौरान संस्थान के माध्यम से भी सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)
Post-Matric Scholarship to Lower Income Group Students एक प्रभावी योजना है जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को उच्च शिक्षा तक पहुंच प्रदान करती है। यह सहायता न केवल उनको उनके शैक्षणिक खर्चों से मुक्त करती है बल्कि उन्हें बेहतर भविष्य की ओर प्रेरित भी करती है। पर्याप्त पालन-पोषण और पात्रता के साथ, Post-Matric Scholarship का लाभ उठाकर छात्र अपने सपनों को साकार कर सकते हैं। ऐसे में योग्य छात्र समय रहते इस अवसर का लाभ उठाएं और अपने उज्जवल भविष्य के लिए कदम बढाएं।
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बार–बार पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Q1: Post-Matric Scholarship के लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख क्या है?
A: यह तारीख राज्य और केंद्र सरकार दोनों के अनुसार भिन्न होती है। आमतौर पर 30 अक्टूबर तक आवेदन स्वीकार किए जाते हैं।
Q2: क्या Post-Matric Scholarship सभी धर्म और जाति के लिए उपलब्ध है?
A: इसका लाभ विशेष रूप से SC, ST, OBC, EBC, और अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों के लिए उपलब्ध है।
Q3: क्या मैं किसी भी कॉलेज/विश्वविद्यालय में Post-Matric Scholarship के लिए आवेदन कर सकता हूँ?
A: आवेदन तभी मान्य होगा जब कॉलेज/विश्वविद्यालय सरकारी स्वीकृत और मान्यता प्राप्त हो।
Q4: Post-Matric Scholarship में किस प्रकार की आर्थिक सहायता मिलती है?
A: ट्यूशन फीस, रखरखाव भत्ता, पुस्तक भत्ता, और परीक्षा शुल्क की सहायता दी जाती है।
Q5: आवेदन करते समय कौन–कौन से दस्तावेज जरूरी होते हैं?
A: आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, बैंक विवरण, और पिछले परीक्षा के मार्कशीट जरुरी हैं।
Q6: क्या मैं Post-Matric Scholarship को ऑनलाइन आवेदन कर सकता हूँ?
A: हाँ, अधिकांश राज्यों और केंद्र सरकार की योजनाओं के लिए आवेदन ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किया जाता है।