भारत में मान्यता है कि चंद्रग्रहण के बाद स्नान शुद्धि के लिए जरूरी है।
पुरानी मान्यताओं के अनुसार ग्रहण का असर नकारात्मक ऊर्जा से जुड़ा माना जाता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार चंद्रग्रहण से शरीर या स्वास्थ्य पर कोई असर नहीं पड़ता।
ग्रहण केवल सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा की स्थिति है, इसका जल या हवा पर असर नहीं।
साइंस कहता है कि ग्रहण के बाद नहाने का कोई वैज्ञानिक कारण नहीं है।
कई लोग आज भी परंपरा मानकर ग्रहण के बाद स्नान करते हैं, इसे धार्मिक मानते हैं।
नहाना व्यक्तिगत विश्वास है, विज्ञान इसे जरूरी नहीं मानता लेकिन परंपरा अलग बात है।