RSSB का आरंभ 19वीं सदी में हुआ। इसकी नींव आध्यात्मिक साधना और शांति पर रखी गई
RSSB प्रेम, सेवा और ध्यान को जीवन का आधार मानता है
RSSB के प्रमुख गुरुओं ने लाखों लोगों को मार्गदर्शन दिया और आध्यात्मिकता का संदेश फैलाया
RSSB में निस्वार्थ सेवा को सबसे बड़ा धर्म माना जाता है
ध्यान RSSB का मुख्य आधार है, जो मन को शांति और आत्मा को शुद्ध करता है
आज RSSB दुनिया भर में लाखों अनुयायियों के साथ आध्यात्मिक मार्ग पर अग्रसर है