परमाणु हमला करने वाला देश खुद सबसे बड़ा खतरे में आ जाता है, पूरी दुनिया उसके खिलाफ हो जाती है।
हमले के बाद दुश्मन देशों की सेना एकजुट होकर तगड़ी जवाबी कार्रवाई शुरू करती है।
UN तुरंत मीटिंग बुलाकर उस देश पर कड़े प्रतिबंध लगाने का निर्णय करता है।
हमला करने वाले देश की बैंकिंग, व्यापार और आयात-निर्यात पर रोक लग जाती है।
देश की आम जनता भूख, महंगाई और बेरोजगारी से बुरी तरह प्रभावित होती है।
पूरी दुनिया उस देश की आलोचना करती है और उसके खिलाफ माहौल बनता है।
हमला करने वाला देश दुनिया से अलग-थलग पड़ जाता है और उसकी राजनीतिक ताकत खत्म हो जाती है।