दो पायलट नियम

हर बड़े प्लेन में दो पायलट होते हैं ताकि एक पायलट के अचानक असमर्थ होने पर दूसरा तुरंत कंट्रोल संभाल ले।

ऑटो पायलट सिस्टम

आधुनिक फ्लाइट्स में ऑटो पायलट सिस्टम होता है जो लंबे समय तक विमान को सुरक्षित दिशा में उड़ाता है।

इमरजेंसी ट्रेनिंग

सह-पायलट को ऐसी स्थिति के लिए खास ट्रेनिंग दी जाती है ताकि यात्रियों को खतरा न हो।

केबिन क्रू की मदद

केबिन क्रू तुरंत डॉक्टर को ढूंढते हैं और यात्रियों को शांत रखने की जिम्मेदारी निभाते हैं।

मेडिकल सहायता

अगर डॉक्टर मौजूद हो तो पायलट को तुरंत प्राथमिक इलाज दिया जाता है ताकि स्थिति सुधारी जा सके।

फ्लाइट डायवर्जन

जरूरत पड़ने पर विमान को नजदीकी हवाईअड्डे पर सुरक्षित लैंडिंग के लिए डायवर्ट किया जाता है।

सुरक्षा प्राथमिकता

एयरलाइंस की सबसे बड़ी प्राथमिकता यात्रियों की जान बचाना और फ्लाइट को सुरक्षित लैंड कराना होता है।

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