टेकऑफ और लैंडिंग फ्लाइट का सबसे संवेदनशील समय होता है, सुरक्षा के लिए शेड खुलते हैं।
इमरजेंसी में बाहर की रोशनी से यात्री और क्रू जल्दी स्थिति को समझ पाते हैं।
किसी हादसे में रेस्क्यू टीम बाहर से अंदर की स्थिति आसानी से देख सकती है।
एयर होस्टेस को रनवे और बाहर की स्थिति पर नजर रखने में आसानी होती है।
रोशनी से आंखें एडजस्ट हो जाती हैं ताकि आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।
खिड़की से बाहर देखने पर यात्रियों का डर और घबराहट कम होती है।
यह इंटरनेशनल एविएशन सेफ्टी गाइडलाइन है जिसे हर फ्लाइट को फॉलो करना होता है।
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