तुर्कमेनिस्तान का यह स्थान दशकों से आग की लपटों में घिरा है
1971 में गैस ड्रिलिंग के बाद बना यह विशाल जलता गड्ढा
वैज्ञानिकों ने गैस रिसाव रोकने के लिए गड्ढे में आग लगाई थी।
आग कुछ दिनों की जगह 50 सालों से लगातार जल रही है
आज यह जगह दुनिया भर के पर्यटकों के लिए रोमांचक स्थल है
पास जाने पर गर्मी और जहरीली गैस से खतरा बना रहता है