पेट की सेहत अब सिर्फ खाना खाने तक सीमित नहीं, बल्कि प्रोबायोटिक्स, डायजेशन सप्लीमेंट्स और हेल्थ ट्रैकर्स के जरिए मॉनिटर की जा रही है।
अब लोग अपने शरीर की जरूरतों के अनुसार डायट प्लान चाहते हैं। DNA टेस्ट और AI बेस्ड न्यूट्रिशन ऐप्स से पर्सनलाइज्ड डाइट बनाई जा रही है।
ध्यान, मेडिटेशन और AI वेलनेस ऐप्स की मदद से मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना अब आसान हो गया है।
वियरेबल्स और स्मार्टफोन ऐप्स से नींद, डायजेशन और स्ट्रेस लेवल को लगातार मॉनिटर किया जा रहा है।
AI और IoT के माध्यम से हेल्थ टेक्नोलॉजी में नए इनोवेशन आ रहे हैं जो पर्सनलाइज्ड वेलनेस को और बेहतर बना रहे हैं।
हेल्थ ऐप्स, न्यूट्रिशन प्लान और मेंटल वेलनेस टूल्स को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल करना अब ट्रेंड बन चुका है।
पेट की सेहत अब सिर्फ खाना खाने तक सीमित नहीं, बल्कि प्रोबायोटिक्स, डायजेशन सप्लीमेंट्स और हेल्थ ट्रैकर्स के जरिए मॉनिटर की जा रही है।