2025 में जीएसटी के नए स्लैब लागू किए गए हैं। अब 5%, 12%, 18%, और 28% स्लैब्स में बदलाव हुआ है।
छोटे व्यवसायों के लिए नई दरें लाभकारी हैं, क्योंकि कर बोझ कम हुआ है।
बड़ी कंपनियों को नई दरें सप्लाई चैन और इन्वेंट्री लागत पर असर डाल सकती हैं।
ई-कॉमर्स में 2025 जीएसटी दरों से प्रोडक्ट प्राइसिंग और FTA प्रभावित होगी।
नई दरों से आयात-निर्यात पर कर प्रभाव बढ़ सकता है, व्यापारियों को तैयारी करनी होगी।
नई GST दरें उपभोक्ताओं की खरीद शक्ति और प्रोडक्ट कीमतों को प्रभावित करेंगी।