
भारत में electric cars की बढ़ती मांग
पिछले कुछ वर्षों में भारत में electric cars की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। बढ़ती प्रदूषण की चिंता, पेट्रोल-डीजल के दामों में उछाल, और सरकार की ग्रीन एनर्जी को प्रोत्साहित करने वाली नीतियों ने इस विकास में अहम भूमिका निभाई है। FAME जैसी सरकारी योजनाएं electric cars खरीदने वाले ग्राहकों को सब्सिडी, कर में छूट और अन्य प्रोत्साहन प्रदान करती हैं। साथ ही, शहरों और राज्यमार्गों पर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार इसे और सुविधाजनक बना रहा है। Tata Motors, JSW MG Motor, Mahindra, Hyundai जैसी कंपनियां इस क्षेत्र में आगे हैं।
Tata Motors का बिक्री रिकॉर्ड
Tata Motors ने 2025 के दौरान 1,00,000 electric cars की बिक्री का मील का पत्थर पार किया है। केवल सितंबर में ही Tata Motors ने 6,216 यूनिट्स की बिक्री की, जो पिछले साल की तुलना में 62% ज्यादा है। अक्टूबर 2025 में भी कंपनी ने 7,118 electric cars बेचीं, जो मासिक बिक्री में अभूतपूर्व है। Tata Motors के Nexon EV, Punch EV, Curvv EV, और हाल ही में लॉन्च हुए Harrier EV ने ग्राहकों का विश्वास और मांग दोनों बढ़ाए हैं। MG Motor और Mahindra ने भी electric cars के क्षेत्र में अच्छी प्रगति दिखाई है, लेकिन Tata Motors अभी भी बाजार में आगे है।
Read the more information (Click Here)
electric cars के फायदे
- electric cars पर्यावरण के अनुकूल होते हैं क्योंकि वे प्रदूषण उत्सर्जित नहीं करते।
- इनके चलाने की लागत पारंपरिक पेट्रोल-डीजल वाहनों के मुकाबले काफी कम होती है।
- electric cars में रख-रखाव की लागत भी कम है क्योंकि इनमें इंजन ऑयल या अन्य जटिल पुर्जों की जरूरत नहीं होती।
- राज्य और केंद्र सरकार की सब्सिडी इसे किफायती विकल्प बनाती हैं।
- राज्य-प्रधान शहरों में चार्जिंग स्टेशनों की संख्या बढ़ने से इन electric cars को इस्तेमाल करना और भी आसान हो गया है।
electric cars की खरीद कैसे करें?
electric cars खरीदने के लिए उपभोक्ता को उनकी ज़रूरत, बजट और चार्जिंग सुविधा का ध्यान रखना चाहिए। देश भर में कई डीलरशिप, ऑनलाइन पोर्टल और आधिकारिक वेबसाइटें इलेक्ट्रिक कारों की विस्तृत जानकारी देती हैं। ग्राहक FAME योजना के तहत सब्सिडी के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। खरीदते समय बैटरी वारंटी, सर्विस सपोर्ट और चार्जिंग नेटवर्क की जानकारी अवश्य लें।
भारत में electric cars का भविष्य
सरकार ने 2030 तक इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को देश में बढ़ावा देने का बड़ा लक्ष्य रखा है। इसके तहत चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़े निवेश हो रहे हैं। कई प्रमुख कंपनियां अपने electric cars के मॉडल लगातार अपडेट कर रही हैं और नए मॉडल भी भारतीय बाजार में लाने की योजना बना रही हैं। आने वाले वर्षों में भारत में electric cars की बिक्री और भी तेजी से बढ़ेगी और स्वच्छ पर्यावरण के दिशा में यह बड़ा कदम साबित होगा।
आपको Motorola New Smartphone का ये नया धमाका सिर्फ ₹12,500 में मचाएगा धूम!
भी पढ़नी चाहिए(Click Here)
निष्कर्ष
Tata Motors द्वारा देश में 1,00,000 electric cars की बिक्री ने यह सुनिश्चित कर दिया है कि इलेक्ट्रिक कारें (electric cars) भारत में मजबूती से अपनी जगह बना चुकी हैं। इस रिकॉर्ड से पता चलता है कि लोकल EV उद्योग तेजी से विकसित हो रहा है और आने वाले समय में electric cars भारत में वाहन उद्योग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनेंगी। पर्यावरण संरक्षण, लागत में बचत और नई तकनीक के कारण electric cars का भविष्य प्रबल है।
BY sources-Visit Here
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Q1: electric cars के सबसे लोकप्रिय मॉडल कौन से हैं?
A: Tata Nexon EV, Punch EV, MG ZS EV, और Hyundai Kona प्रमुख मॉडल हैं।
Q2: electric cars की बैटरी कितनी देर चलती है?
A: आमतौर पर electric cars की बैटरी 250-400 किलोमीटर की रेंज देती है, जिससे रोजमर्रा के सफर में आसानी होती है।
Q3: electric cars की कीमत क्या है?
A: electric cars की कीमत लगभग 10 लाख से 25 लाख रुपये के बीच होती है, विभिन्न मॉडल और फीचर्स के आधार पर।
Q4: क्या electric cars की चार्जिंग सुविधा उपलब्ध है?
A: भारत में तेजी से चार्जिंग स्टेशन बढ़ रहे हैं, बड़े शहरों और राजमार्गों पर सुविधा उपलब्ध है।
Q5: electric cars खरीदने पर क्या सरकार की कोई सब्सिडी मिलती है?
A: हां, सरकार FAME योजना के तहत खरीददारों को वित्तीय सहायता और कर में छूट देती है।
Q6: electric cars की मेंटनेंस लागत क्या है?
A: परंपरागत कारों से 30-40% कम, क्योंकि इनके पुर्जे कम हैं और वो कम रिपेयर मांगती हैं।